15/05/2024

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Table of Content;-
  1. Computer kya hai in hindi ? (कंप्यूटर क्या है ?)
    1. Basic computer in hindi (Hindi of Computer)
  2. what is the meaning of computer in hindi
  3. कंप्यूटर का सिद्धांत (Computer theory in hindi)
  4. Types of Computer in hindi
  5. आकार के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार ।(Types of computers by size in hindi)
  6. कार्य के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार । (Types of computers based on work in hindi)
  7. कंप्यूटर हार्डवेयर (Computer Hardware in hindi)
  8. कंप्यूटर सॉफ्टवेयर (Computer Software in hindi)
    1. कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के प्रकार । (Types of Computer Software in Hindi)
  9. सीपीयू कैबिनेट के आंतरिक भाग । (Internal Parts of CPU Cabinet in hindi)
  10. इनपुट डिवाइस क्या है ? (What is Input device in hindi ?)
  11. Types of Input Device in hindi
  12. आउटपुट डिवाइस क्या है ? (What is Output device in hindi)
  13. Types of Output Device in hindi
  14. कंप्यूटर का इतिहास । (History of Computer in hindi)
  15. कंप्यूटर की भाषाएं । (Language of Computer in hindi)
  16. कुछ अन्य उच्च स्तरीय भाषा इस प्रकार है । (Some other high level languages are as follows)
  17. विभिन्न क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग । (Use of computers in various fields in hindi )
  18. कंप्यूटर से संबंधित अन्य शब्द (Other words related to computer in hindi)

Computer kya hai in hindi ? (कंप्यूटर क्या है ?)

Basic computer in hindi (Hindi of Computer)

Computer in hindi;- कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक युक्ति है । जो दिए गए निर्देशन समूह के आधार पर सूचना को संसाधित (Processed) करती है, और इस समूह को प्रोग्राम कहते हैं । कंप्यूटर को हिंदी में (संगणक) कहा जाता है । यह बाइनरी फॉर्म में डेटा संग्रहीत और प्रसंस्करण (Processing) करता है । कंप्यूटर शब्द को अंग्रेजी भाषा के कंप्यूट (Compute) शब्द से लिया गया है । Compute का अर्थ होता है गणना (calculation) करना ।

Technology की दुनिया में Computer हर कठिन कार्य को सफल बनाने के लिए उपयोग किया जाता है । Computer, Technology की दुनिया में नई क्रांति लाई है । Computer से हम addition, subtraction, multiply, divide,सभी Mathematically problem आसानी से Solve कर सकते हैं । कंप्यूटर से हम गेम खेल सकते हैं ।

इसकी मदद से हम मौसम की जानकारी ले सकते हैं । कंप्यूटर से हम song, movie सब कुछ सुन देख सकते हैं । आज की तारीख में कंप्यूटर हर घर होना चाहिए । कंप्यूटर से इंटरनेट की मदद से पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं । कंप्यूटर से हम internet की help से दूर व्यक्ति से बैठकर बातचीत कर सकते हैं ।

what is the meaning of computer in hindi

Hindi Word For Computer, Computer Meaning in hindi;- computer ko hindi me (संगणक) कहा जाता है । कंप्यूटर सबसे पहले Calculator के रूप में बना था। इसलिए इसे (संगणक) कहा जाता है ।

  • C = COMMONLY (सामान्य रूप से)
  • O = OPERATED (कार्य में आने वाला)
  • M = MACHINE (मशीन)
  • P = PARTICULARLY (जो विशेष रूप से)
  • U = USED FOR (काम में आती है )
  • T = TRADE (व्यापार में)
  • E = EDUCATION (शिक्षा में)
  • R = RESEARCH (अनुसंधान कार्यों में)

कंप्यूटर का सिद्धांत (Computer theory in hindi)

theory of computer in hindi

Computer पहले हमारे डाटा को लेता है। मतलब यह है कि जो हम कंप्यूटर को Input देते हैं । Input का मतलब आप ऐसे समझ सकते हैं, जैसे Keyboard से Type करके हम कंप्यूटर से कुछ पूछते हैं। या सवाल करते हैं। फिर उस सवाल को Computer, Processing करता है। प्रोसेसिंग का मतलब यह होता है कि कंप्यूटर हमारे निर्देशों का पालन करना शुरू कर देता है। उसके बाद वह हमें Output देता है । Output का मतलब यह है कि Computer हमारे सवाल का जवाब ढूंढ कर हमें दे देता है ।

Input Unit;- Data और निर्देशों को Input करने के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरण । यह Computer का एक हिस्सा है, जिसके माध्यम से सूचना को एक प्रणाली में प्रवेश कराई जाती है । इनकी मदद से हम कंप्यूटर में सूचना को निर्देशित करते है । यह एक हार्डवेयर हैं जिनके जरिए हम कंप्यूटर के साथ परस्पर प्रभाव (Interact) डालकर उसे कंट्रोल करते है । इसकी मदद से कंप्यूटर से सारा काम कराते है ।

CPU;- CPU का अर्थ है, Control process unit यानी ऐसा भाग जिसमें कंप्यूटर का प्रमुख काम होता है । हिंदी में इसे केंद्रीय विश्लेषण इकाई (Center Analysis unit) भी कहते है । जैसा इसके नाम से स्पष्ट होता है कि यह कंप्यूटर का वह भाग जहां पर कंप्यूटर प्राप्त सूचनाओं का विश्लेषण करता है ।

इसे हम Computer का दिल और दिमाग कहते है । CPU को Microprocessor भी कहते है CPU, Computer System का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। यह Operating System (system software) और Application Software को चलाता है। यह Data को Process करता है । और आउटपुट उत्पन्न करता है।

CPU के (2) दो पुरजा (Components) होते हैं ।

  1. ALU;- ALU का Full Form Arithmetic logic unit होता हैं । हिंदी में Arithmetic logic unit को (अंकगणितीय तर्क इकाई) कहते है । जो अंकगणित और तार्किक संचालन करती है।
  2. CU;- CU का Full Form control unit होता हैं । CU को हिंदी में नियंत्रण इकाई कहते है । CU, Memory और Decode से निर्देशों को निकालती है । और आवश्यक होने पर ALU पर कॉल करके उन्हें निष्पादित करती है।

Output Unit;- वह उपकरण जिनकी मदद से हमें परिणाम (Results) का पता चलता है और इनकी मदद से हम परिणाम को देख सकते है, सुन सकते है, पढ़ सकते है । Output device के कारण ही यह संभव हो पाया है कि सॉफ्ट कॉपी या हार्ड कॉपी के रूप में परिणाम प्राप्त कर सकते है ।

Types of Computer in hindi

कंप्यूटर (2) प्रकार के होते हैं ।

  • Desktop
  • Laptop

Desktop Computer में CPU, Monitor, Keyboard, mouse सभी Component अलग से आपस में कनेक्ट किया जाता है। Laptop Computer में सभी device एक में ही Attach होते हैं ।

आकार के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार ।(Types of computers by size in hindi)

कंप्यूटर (4)प्रकार के होते है ।

  • सुपर कंप्यूटर (Super Computer)
  • मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)
  • मिनी कंप्यूटर (Mini Computer)
  • माइक्रो कंप्यूटर (Micro computer)

(1.) सुपर कंप्यूटर (Super Computer);- सुपर कंप्यूटर 10 गुना तेज काम कर सकता है । सुपर कंप्यूटर सबसे तेज और शक्तिशाली कंप्यूटर होते है । किसी भी काम को बहुत कम समय में करने की क्षमता रखते है । यह जटिल कार्यों को बहुत आसानी से और तेज गति से हल कर लेते है । यह सबसे महंगा कंप्यूटर होता है । इसकी Storage क्षमता ज्यादा होती है । यह प्रति सेकंड लाखों निर्देशों का प्रदर्शन कर सकता है ।

Super Computer के आकार बहुत बड़े होते है । विश्व का पहला सुपर कंप्यूटर 1979 में बना था, उसका नाम CRAY K 1S है । इनकी CPU की क्षमता 500 MFLOPS (Mega Floating Operations Per Second) होता है ।

सुपर कंप्यूटर का विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग:- मौसम की भविष्यवाणी, जलवायु अनुसंधान । सुपर कंप्यूटर के कुछ नाम :– CRAY K 1S, PARAM, ANUPAM, Blue Gene, COSMOS

(2.) मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer);- मेनफ्रेम कंप्यूटर बड़े आकार के होते है । इसकी मेमोरी क्षमता निजी कंप्यूटर (Personal Computer) तथा मिनी कंप्यूटर से अधिक होती है । इस तरह के कंप्यूटर पर समय सहभाजन (Time sharing) और बहु कार्य क्षमता (Multi Tasking) के द्वारा एक साथ अनेक व्यक्ति अलग-अलग टर्मिनल पर अलग-अलग कार्य कर सकते है ।

इस कंप्यूटर का डिजाइन स्टील के फ्रेम में लगा कर किया जाता है। मेनफ्रेम कंप्यूटर के सीपीयू की क्षमता 30 से 100 एमआईपीएस (MIPS) होता है। मेनफ्रेम कंप्यूटर का विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग;- रेलवे स्टेशन, विमान सेवा ।

(3.) मिनी कंप्यूटर (Mini Computer);- मिनी कंप्यूटर आकार और कार्यक्षमता की दृष्टि से छोटे होते हैं । मिनी कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर से लगभग 5 से 50 गुना अधिक क्षमता वाला होता है। मिनी कंप्यूटर एक साथ 20 से 30 टर्मिनल पर कार्य कर सकता है। मिनी कंप्यूटर का आकार छोटी अलमारी जितना होता है । इसकी CPU छमता 10 से 30 एमआईपीएस (MIPS) होता है । मिनी कंप्यूटर का विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग;- बैंक उद्योग, बीमा कंपनी ।

(4.) माइक्रो कंप्यूटर (Micro computer);- माइक्रो कंप्यूटर को Personal Computer के नाम से भी पहचाना जाता है । Personal Computer का उपयोग ऑफिस, घर, और व्यवसाय में किया जाता है । इस तरह के कंप्यूटर एक ही व्यक्ति द्वारा उपयोग में लाए जाते है । यह छोटे मेज पर आसानी से रखी जा सकती है ।

माइक्रो कंप्यूटर की आकार (Size) टेलीविजन के बराबर होती है । माइक्रो कंप्यूटर के CPU की क्षमता 1 से 10 एमआईपीएस (MIPS)होती है MIPS का पूरा नाम (Million Instructions Per Second) होता है । माइक्रो कंप्यूटर का विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग;- एजुकेशनल कंप्यूटर, ब्रीफकेस कंप्यूटर, होम कंप्यूटर, निजी कंप्यूटर ।

कार्य के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार । (Types of computers based on work in hindi)

कंप्यूटर (5) प्रकार के होते है ।

  • अंकीय कंप्यूटर (Digital Computer)
  • अनुरूप कंप्यूटर (Analogue Computer)
  • संकर कंप्यूटर (Hybrid Computer)
  • एटॉमिक कंप्यूटर (Atomic Computer)
  • प्रकाशीय कंप्यूटर (Optical Computer)

(1.) अंकीय कंप्यूटर (Digital Computer);- Digital Computer गणना शुद्ध होती है । यह अधिक क्षमता से कार्य कर सकते है । सभी प्रकार की सूचनाओं को द्विआधारी पद्धति में बदलकर कार्य करते है ।

(2.) अनुरूप कंप्यूटर (Analogue Computer);- Analogue Computer मापकर अपना कार्य करती है। इसमें 100% शुद्धता प्राप्त नहीं की जा सकती है । 1% त्रुटि रह जाती है । एनालॉग एक ग्रीक शब्द है ।

(3.) संकर कंप्यूटर (Hybrid Computer);- Hybrid Computer, एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों से मिलकर बना हुआ होता है । उनका उपयोग स्वचालित उपकरणों में बड़े पैमाने पर किया जाता है। रोबोटिक उपकरण बनाने का सबसे बड़ा हाथ संकर कंप्यूटर का है ।

(4.) एटॉमिक कंप्यूटर (Atomic Computer);- इस कंप्यूटर पर अनुसंधान कार्य जारी है । जो कि किसी खास प्रोटोन परमाणु को एकीकृत परिपथ में बदल दे । तकनीकी प्रगति कठिनता को आगे बढ़ाने से आती है ।

(5.) प्रकाशीय कंप्यूटर (Optical Computer);- Optical Computer एक ऐसा उपकरण है जो अपने अंकीय (digital ) संगणना के लिए विद्युत प्रवाह के बजाय फोटॉन या अवरक्त किरण (Infrared Beam) का उपयोग करता है । पंचम पीढ़ी के कंप्यूटरों के विकास में इस प्रकार के कंप्यूटर बनाए जा रहे हैं ।

कंप्यूटर हार्डवेयर (Computer Hardware in hindi)

Computer कंप्यूटर के भौतिक हिस्से जिन्हें हम देख या छू सकते है, उसे Computer Hardware कहते हैं । यह भाग मशीनी इलेक्ट्रिकल या इलेक्ट्रॉनिक हो सकते है । हर कंप्यूटर का हार्डवेयर अलग अलग हो सकता है । यह इस बात पर निर्भर करता है कि किस उद्देश्य के लिए प्रयोग में लाया जा रहा है और व्यक्ति की आवश्यकता क्या है ।

एक कंप्यूटर में विभिन्न तरह के हार्डवेयर होते है, जिसमें मुख्य है;- CPU, Hard disk, RAM, Processor, Monitor, Motherboard, Floppy disk, USB port, CD Drive), DVD drive, आदि । कंप्यूटर के Cable, Power Supply unit, Scanner, Mouse, Keyboard, Printer, भी हार्डवेयर के अंतर्गत आते है ।

लेकिन यह परिधीय उपकरण (peripheral device) है । peripheral device मतलब अलग से कनेक्ट किया हुआ उपकरण होता है ।

कंप्यूटर सॉफ्टवेयर (Computer Software in hindi)

Computer software kya hai? Computer हमारी तरह हिंदी या अंग्रेजी भाषा नहीं समझता है । हम Computer को जो निर्देश देते है उसकी एक नियत भाषा होती है, जिसे मशीनी भाषा कहते है । सॉफ्टवेयर इन प्रोग्रामों को कहा जाता है जिनको हम हार्डवेयर पर चलाते है, और जिनके द्वारा हमारे सारे काम कराए जाते है । बिना सॉफ्टवेयर के कंप्यूटर से कोई भी काम करा पाना असंभव है ।

कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के प्रकार (Types of Computer Software in Hindi)

सॉफ्टवेयर (2) प्रकार के होते हैं ।

  • system software
  • application software

(1.) सिस्टम सॉफ्टवेयर (System software);- System software ऐसे सॉफ्टवेयर होते है, जो आपके कंप्यूटर को मैनेज और कंट्रोल करते है । इन्हीं की वजह से एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर कंप्यूटर में चल पाते है या उस पर हम कार्य कर पाते है । System software को ही Operating system कहते है । System software एक प्रकार का प्रोग्राम है जिसे कंप्यूटर के Hardware और Application software को चलाने के लिए उपयोग किया जाता है ।

System software, Hardware और उपयोगकर्ता अनुप्रयोग (User application) के बीच संवाद बनाता है । सिस्टम सॉफ्टवेयर के उदाहरण;- window 10, Window 8, Window 7, Window XP, Window Vista, DOS आदि ।

(2.) अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर (Application software);- Application Software ऐसे प्रोग्राम को कहा जाता है, जो हमारे रोजमर्रा के कामों को कंप्यूटर में अधिक तेजी और सरलता से करने में मदद करते है । आवश्यकता अनुसार भिन्न-भिन्न उपयोग के लिए भिन्न-भिन्न एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर होते है । Application software के उदाहरण;- MS Word, PowerPoint, Photoshop, Google Chrome, Skype, Paint आदि ।

सीपीयू कैबिनेट के आंतरिक भाग (Internal Parts of CPU Cabinet in hindi)

(1.) सीपीयू (CPU);- CPU का अर्थ है, Control process unit यानी ऐसा भाग जिसमें कंप्यूटर का प्रमुख काम होता है । हिंदी में इसे केंद्रीय विश्लेषण इकाई (Center Analysis unit) भी कहते है । जैसा इसके नाम से स्पष्ट होता है कि यह कंप्यूटर का वह भाग जहां पर कंप्यूटर प्राप्त सूचनाओं का विश्लेषण करता है । इसे हम Computer का दिल और दिमाग कहते है । CPU को Microprocessor भी कहते है

(2.) माइक्रोप्रोसेसर ( Microprocessor);- Microprocessor इलेक्ट्रॉनिक भाग है, जो हमारे निर्देश तथा प्रोग्राम का पालन करके कार्य संपन्न करती है । कंप्यूटर की गति माइक्रोप्रोसेसर की क्षमता पर ही निर्भर करती है माइक्रोप्रोसेसर बनाने वाली कंपनी intel है ।

motherboard

(3.) मदरबोर्ड (Motherboard);- Motherboard किसी भी कंप्यूटर का Backbone होता है । मदरबोर्ड को प्रिंटेड सर्किट बोर्ड (Printed circuit board) भी कहते है । मदरबोर्ड एक ऐसा Device है, जो कंप्यूटर के सभी आवश्यक उपकरण को अपने से connect करके रखता है । जैसे कि RAM, ROM, Microprocessor, Sound card, Video card, Hard disk drive आदि । इसमें छोटे बड़े Slot बने होते है ।

(4.) हार्ड डिस्क ड्राइव (Hard disk drive);- सूचना संग्रहित करने के लिए कंप्यूटरों में इस्तेमाल होते है । यह कैबिनेट के अंदर होता है । इसमें डाटा बहुत अधिक store किया जा सकता है । हार्ड डिक्स अलग-अलग आकारों में होती है । User अपनी आवश्यकता के अनुसार इसका चुनाव कर लेता है ।

(5.) रैम (RAM);- Ram में डाटा या प्रोग्राम अस्थाई रूप से स्टोर रहता है । कंप्यूटर बंद हो जाने या बिजली चले जाने पर रैम में स्टोर डाटा मिट जाता है, इसलिए रैम को परिवर्तनशील (volatile) या अस्थाई (Temporary) मेमोरी कहते है ।

(6.) रोम (ROM);- यह एक स्थाई (Permanent) मेमोरी है । जिसमें कंप्यूटर के निर्माण के समय प्रोग्राम स्टोर कर दिए जाते है । कंप्यूटर का स्विच ऑफ होने के बाद भी रोम में संग्रहित डाटा नष्ट नहीं होता है । अतः रोम अपरिवर्तनशील (Non Volatile) या स्थाई मेमोरी (Permanent) होता है ।

(7.) साटा केबल (SATA cable);- SATA का पूरा नाम (Serial Advanced Technology Attachment) है । एक कनेक्टर है जो बड़े पैमाने पर भंडारण युक्ति (Storage Device) को कंप्यूटर के मदरबोर्ड से कनेक्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है । जैसे Hard Disk एक भंडारण युक्ति है ।

(8.) एसएमपीएस (SMPS);- SMPS का पूरा नाम (Switched Mode Power Supply) है । अगर हम सरल भाषा में कहें तो SMPS यह ऐसा इलेक्ट्रॉनिक यंत्र है जो कंप्यूटर के अलग-अलग भाग ( Ram, Rom, Motherboard, Hard disk drive, Cd drive, CPU ) को पावर सप्लाई प्रदान करता है जिससे कंप्यूटर कार्य कर सके ।

इनपुट डिवाइस क्या है ? (What is Input device in hindi ?)

यह Computer का एक हिस्सा है, जिसके माध्यम से सूचना को एक प्रणाली में प्रवेश कराई जाती है । इनकी मदद से हम कंप्यूटर में सूचना को निर्देशित करते है । यह एक हार्डवेयर हैं जिनके जरिए हम कंप्यूटर के साथ परस्पर प्रभाव (Interact) डालकर उसे कंट्रोल करते है । इसकी मदद से कंप्यूटर से सारा काम कराते है ।

Types of Input Device in hindi

  • Keyboard
  • Mouse
  • Scanner
  • Microphone
  • Barcode
  • joystick
Input Device of computer

(1.) कीबोर्ड (Keyboard);- यह सबसे प्रमुख इनपुट डिवाइस है । अक्सर काम में आने वाला डिवाइस है । इसकी मदद से कंप्यूटर में कुछ भी लिख सकते है, या टाइप कर सकते है । कीबोर्ड दिखने में टाइपराइटर (typewriter) की तरह होता है । Types of key;- Alphabet Keys, Number keys, Special key, Function keys.

(2.) माउस (Mouse);- हम इसे प्वाइंटर डिवाइस (Pointer device) और कर्सर डिवाइस (Cursor device) भी कहते है । हम इसे मॉनिटर के स्क्रीन पर किसी आइकन (Icon) को सेलेक्ट करने के लिए या किसी फाइल और फोल्डर (Folder) को खोलने के लिए उपयोग करते है । इसमें तीन बटन होते है । लेफ्ट (Left) राइट (Right) स्क्रोल (Scroll)

Mouse के नीचे सतह पर बॉल या लेजर लाइट लगे हो सकते है । जब उसको किसी सतह पर रखकर हिलाया जाता है, तो यह रबर का बॉल या लेजर लाइट स्थान परिवर्तन करता है । उसी गति और दिशा Computer Monitor पर प्रदर्शित होती है । तीन तरह के माउस होते हैं;- 1. laser, 2. Track Ball 3. Wireless.

(3.) स्केनर (Scanner);- यह एक ऐसा उपकरण है जिसके प्रयोग से हम लिखित कागजात और तस्वीरों को डिजिटली (Digitally) चित्र में परिवर्तित कर देते है, और मेमोरी में सुरक्षित रख सकते है, या कंप्यूटर में संग्रहित (Store) कर सकते है ।

(4.) माइक्रोफोन (Microphone);- माइक्रोफोन एक ऐसा उपकरण (Device) है, जो आपकी आवाज़ को डिजिटल डाटा में बदलता है । इसको माइक भी कहते है । ये कंप्यूटर में एक इनपुट उपकरण की तरह होता है । इसकी मदद से आप अपने कंप्यूटर में ऑडियो डाटा को डाल सकते है, साथ ही इसकी मदद से हम अपने कंप्यूटर में लिख (Type) सकते है, और ऐसा करने से समय की बचत भी होती है ।

(5.) बारकोड रीडर (Barcode Reader);- बारकोड रीडर यह एक ऐसा Device है, जो बारकोड को लेजर बीम का प्रयोग करके उसमें सूचनाओं को स्कैन करके उत्पाद और वस्तु आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करते है । बारकोड रीडर अक्सर दुकानों में देखने को मिल जाता है इसका उपयोग सामान के बिल बनाने में किया जाता है । बारकोड को बनाने मैं सबसे बड़ा योगदान नारमन जोसेफ वुडलैंड (Norman Joseph Woodland) का है। 

(6.) जोस्टिक (joystick);- यह उपकरण बच्चों के लिए Game खेलने के काम आती है ।

आउटपुट डिवाइस क्या है ? (What is Output device in hindi)

वह उपकरण जिनकी मदद से हमें परिणाम (Results) का पता चलता है और इनकी मदद से हम परिणाम को देख सकते है, सुन सकते है, पढ़ सकते है । आउटपुट डिवाइस के कारण ही यह संभव हो पाया है कि सॉफ्ट कॉपी या हार्ड कॉपी के रूप में परिणाम प्राप्त कर सकते है ।

Types of Output Device in hindi

  • Monitor
  • Printer
  • Plotter
  • Projector
  • Earphone
  • Speaker
Output Device of computer

(1.) मॉनिटर (Monitor);- Computer Monitor kya Hai ? मॉनिटर आउटपुट डिवाइस का मुख्य भाग है । हम इसे (Visual display unit) भी कहते है । यह बिल्कुल पुरानी टीवी की तरह होता है । हम कंप्यूटर में जो भी काम करते है, उसे Computer के Monitor के द्वारा ही देख पाते है, समझ पाते है, और कार्य को परिवर्तन भी कर पाते है ।

Monitor को ही Computer Display, Computer Screen कहते हैं । इसके अंदर प्रिंटेड सर्किट बोर्ड रहता है, जिससे अलग-अलग उपकरण जुड़े रहते है । यह एक हार्डवेयर डिवाइस है । उदाहरण;- CRT ,LED, LCD

(2.) प्रिंटर (Printer);- प्रिंटर एक ऐसा आउटपुट डिवाइस है । ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो हमारे दस्तावेजों और चित्रों को सॉफ्ट कॉपी से हार्ड कॉपी में परिवर्तित कर देता है । अगर हम इसे सरल भाषा में कहें तो Documents और Picture को कागज पर छापता है । इसका उपयोग हम अनेक प्रकार से करते है । जैसे ऑफिस में जमा करना, स्कूल में जमा करना, स्पीच बोलने के लिए कागज पर छाप कर ले जाना आदि ।

विश्व का पहला इलेक्ट्रॉनिक प्रिंटर EP-101 था, जिसका आविष्कार जापानी कंपनी Epson द्वारा किया गया था, और 1968 में जारी किया गया । प्रिंटर के प्रकार;- इंजेक्ट प्रिंटर (Inject Printer), डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर (Dot Matrix Printer), लेजर प्रिंटर (Laser Printer), थर्मल प्रिंटर (Thermal Printer) आदि ।

(3.) प्लॉटर (Plotter);- अगर हम सरल भाषा में कहें तो प्लॉटर प्रिंटर की तरह ही काम करता है, बस फर्क इतना है कि यह उसका बड़ा भाई है । यह बड़े-बड़े चित्र ग्राफिक बैनर को छापता है । प्लॉटर के प्रकार;- ड्रम प्लोटरस (Drum plotters), फ्लैटबेड प्लोटर (Flatbed Plotter).

(4.) प्रोजेक्टर (Projector);- किसी भी चित्र को छोटे से परदे से लेकर बड़े परदे तक प्रदर्शित करने वाली इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस को प्रोजेक्टर कहा जाता है । प्रोजेक्टर का उपयोग लगभग सभी कंपनियों में प्लानिंग (Planning), ट्रेनिंग (Training), कक्षाओं (Class room), घरों (House), सभागार (ऑडिटोरियम), होम थिएटर (Home theater) में फिल्में और अन्य वीडियो देखने के लिए भी किया जाता है।

यह लेंस के द्वारा परदे या दीवार पर चित्र का निर्माण करता है । इन चित्रों को बहुत ही दूर से आसानी से देखा जा सकता है । Projector एक आउटपुट डिवाइस होता है। यह कंप्यूटर हार्डवेयर का ही एक अंग है।

(5.) ईयरफोन (Earphone);- यह एक आउटपुट डिवाइस और हार्डवेयर डिवाइस भी है । ईयरफोन एक ऐसा उपकरण है, जो विद्युतीय ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा में परिवर्तित करता है और इसे कान में डाला जाता है इसका उपयोग Radio, MP3, गाने, वीडियो सुनने के काम आता है । यह आकार में बहुत छोटे होते है । यह बिल्कुल हेडफोन की तरह होता है ।

(6.) स्पीकर (Speaker);- स्पीकर एक आउटपुट डिवाइस है । स्पीकर एक हार्डवेयर डिवाइस है । इसे हम कंप्यूटर में कनेक्ट करके ऑडियो साउंड सुन सकते है । ( जैसे गाने और विडियो ) आदि । Speaker हमें अक्सर घर में शादियों में देखने को सुनने को मिल जाता है ।

कंप्यूटर का इतिहास । (History of Computer in hindi)

कंप्यूटर के जनक चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage ) को माना जाता है । चार्ल्स बैबेज अंग्रेज वैज्ञानिक थे । इन्होंने ही कंप्यूटर की पहली बार परिकल्पना की, पर 40 वर्ष तक परिश्रम करने के बाद भी इसे बना न सके । सर्वप्रथम कंप्यूटर प्रोग्राम एडा ऑगस्टा लवलेश (Ada Augsta lovelace) ने बनाया था । उन्होंने उस कंप्यूटर का नाम एडा (Ada) रखा। एडा, चार्ल्स बैबेज की शिष्या थी ।

विश्व का पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर ENIAC-1 है । ENIAC का पूरा नाम इलेक्ट्रॉनिक संख्यात्मक इंटीग्रेटर और कैलकुलेटर ( Electronic numerical integrator and calculator) है । ENIAC का आविष्कार जे. प्रिस्पर एकर्ट और जॉन मोसली (J. Presper Eckert and John Mauchly) ने किया था । कंप्यूटर में विकास का महत्वपूर्ण योगदान जॉन वॉन न्यूमैन (John Von Neumann) का है । भारत में बनाया हुआ सबसे पहला कंप्यूटर सिद्धार्थ है ।

प्रथम पीढ़ी में वैक्यूम ट्यूब से बने कंप्यूटर प्रचलित थे । द्वितीय पीढ़ी में ट्रांजिस्टर से बने कंप्यूटर प्रचलित थे । तृतीय पीढ़ी में आईसी इंटीग्रेटेड सर्किट से बने कंप्यूटर बहुत ज्यादा प्रचलित है । चतुर्थ पीढ़ी में एल एस आई से बने कंप्यूटर प्रचलित है । पांचवी पीढ़ी में ऑप्टिकल फाइबर से कंप्यूटर चलाने की अनुसंधान जारी है ।

कंप्यूटर की भाषाएं । (Language of Computer in hindi)

Language of Computer in hindi)
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कंप्यूटर की मुख्यतः 3 भाषाएं होती है ।

कंप्यूटर के प्रारंभिक दिनों में कंप्यूटर को आदेश देने के लिए प्रोग्रामों द्वारा द्विआधारी अंक का ही उपयोग किया जाता था । यह भाषा बहुत ज्यादा समय लेती थी। जिसके कारण एसेंबली और उच्च स्तरीय भाषा का विकास किया गया ।

(1.) मशीनी कूट भाषा (machine code language);- इस भाषा में प्रत्येक आदेश के 2 भाग होते है । आदेश कोड (Operational Code) और स्थिति कोड (Location Code) इन दोनों को 0 और 1 के क्रम में समूहित कर व्यक्त किया जाता है । 0 और 1 को ही द्विआधारी अंक (Binary Number) बोलते है ।

(2.) असेंबली भाषा (Assembly Language);- इस भाषा को याद रखे जाने लायक कोडिंग किया गया जिसे स्मृति सहायक कोड (Mnenomic Code) कहते है । उदाहरण के लिए ADDITION के लिए ADD, SUBTRACTION के लिए SUB आदि। लेकिन इस भाषा का उपयोग निश्चित संरचना वाले कंप्यूटरों तक सीमित था । इस भाषा को निम्न स्तर (Low Level Language) की भाषा कहा जाता है ।

(3.) उच्च स्तरीय भाषा (High Level Language);- उच्च स्तरीय भाषा का विकास अमेरिकी कंपनी आईबीएम (IBM) ने किया है । पहली उच्च स्तरीय भाषा फोर्ट्रन (FORTRAN) है । फोर्ट्रन का विकास आईबीएम कंपनी ने ही किया है IBM का पूरा नाम (International Business Machines)

कुछ अन्य उच्च स्तरीय भाषा इस प्रकार है । (Some other high level languages are as follows)

  • फोरट्रॉन (FORTRAN)
  • कोबोल (COBOL)
  • बेसिक (BASIC)
  • ऐल्गॉल ( ALGOL)
  • पास्कल (PASCAL)
  • कोमाल (COMAL)
  • लोगो (LOGO)
  • प्रोलॉग (PROLOG)
  • लिनक्स (LINUX)
  • यूनिक्स (UNIX)
  • एडीए (ADA)
  • लिस्प (LISP)
  • स्नोबॉल (SNOBOL)

(1.) फोरट्रॉन (FORTRAN);- फोरट्रॉन गणितीय सूत्रों को आसानी से और कम समय में हल कर लेता है । इसे वैज्ञानिक भाषा भी कहते हैं फोरट्रॉन अंग्रेजी शब्द फार्मूला ट्रांसलेशन का लघु रूप है ।

(2.) कोबोल (COBOL);- एक कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा जो वाणिज्य में उपयोग के लिए डिज़ाइन की गई है। कोबोल का पूरा नाम आम व्यापार उन्मुख भाषा (common business oriented language) है ।

(3.) बेसिक (BASIC);- यह एक सरल उच्च-स्तरीय कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा है । इसका पूरा नाम बिगनर्स ऑल पर्पस सिंबॉलिक इंस्ट्रक्शन कोड (Beginners All Purpose Symbolic Instruction Code) है ।

(4.) ऐल्गॉल ( ALGOL);- इसका विकास जटिल बीजगणितीय गणना में प्रयोग किया जाता है । ऐल्गॉल का पूरा नाम एल्गोरिथ्म लैंग्वेज (algorithm language) है ।

(5.) पास्कल (PASCAL);- इसका नाम फ्रांसीसी गणितज्ञ ब्लेज पास्कल (Blaise Pascal) के नाम पर रखा गया है । इसे वैज्ञानिक गणना करने के लिए तैयार किया गया था। यह ऐल्गॉल का परिवर्तित रूप है ।

(6.) कोमाल (COMAL);- इस भाषा का उपयोग माध्यमिक स्तर के छात्रों के लिए किया जाता है। COMAL का पूरा नाम कॉमन एल्गोरिथ्म लैंग्वेज (Common algorithm language ) है ।

(7.) लोगो (LOGO);- इस भाषा का प्रयोग ग्राफिक्स के लिए किया जाता है ।

(8.) प्रोलॉग (PROLOG);- यह उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा है । इसका उपयोग कृत्रिम बुद्धिमता के लिए किया जाता है ।

(9.) लिनक्स (LINUX);- लिनक्स एक ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है । इसे हम सॉफ्टवेयर भी कह सकते है । हम इसे ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर भी कह सकते है । जैसे कि विंडो है, ठीक उसी तरह लिनक्स है ।

(10.) यूनिक्स (UNIX);- यूनिक्स बेल लैब्स में विकसित एक बहु-उपयोगकर्ता, मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम (operating system) है । यह तीन भागों से मिलकर बना हुआ है शेल और प्रोग्राम, कर्नेल ।

(11.) एडीए (ADA);- एडा Ada एक प्रोग्रामिंग भाषा है, जो पास्कल के समान है । एडा का नाम एडा ऑगस्टा लवलेश के नाम पर रखा गया । एडा ऑगस्टा लवलेश दुनिया के सर्वप्रथम प्रोग्राम बनाएं ।

(12.) लिस्प (LISP);- इसका पूरा नाम लिस्ट प्रोसेसिंग (List processing) है । लिस्प (LISP), एक प्रोग्रामिंग भाषा है, जिसे डेटा स्ट्रिंग्स के आसान हेरफेर के लिए डिज़ाइन किया है । लिस्प का उपयोग किसी भी प्रकार के अनुप्रयोग (Application) के लिए किया जा सकता है । इसे गणना का दुरुपयोग करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है ।

(13.) स्नोबॉल (SNOBOL);- स्नोबॉल का पूरा नाम स्ट्रिंग ओरिएंटेड और सिम्बोलिक (String Oriented Symbolic Language) भाषा है । स्नोबॉल टेक्स्ट प्रोसेसिंग, पैटर्न मैचिंग, के लिए एक भाषा है । यह एक प्रोग्रामिंग भाषा है ।

विभिन्न क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग । (Use of computers in various fields in hindi )

Computer ka use Kya Hai in hindi ? कंप्यूटर मुश्किल से मुश्किल काम को आसान बना देता है । आज के समय में हर जगह कंप्यूटर का उपयोग बढ़ता जा रहा है । हर जगह चाहे शिक्षा संस्थान हो या वैज्ञानिक अनुसंधान हो सभी जगह Computer बहुत जरूरी हो गया है । कंप्यूटर से हम कोई भी कार्य आसानी से कम समय में कर लेते है ।

  • कंप्यूटर में बहुत बड़े स्तर पर Data को Store करना स्टोर डाटा को प्रयोग करके जानकारी प्राप्त कर सकते है ।
  • कंप्यूटर से हम Documents, Presentation बना सकते है ।
  • कंप्यूटर बच्चों के लिए मनोरंजन का स्रोत है । इससे हम Game खेल सकते है ।
  • कंप्यूटर से हम Calculation सरलता पूर्वक कर सकते है ।
  • कंप्यूटर से हम Songs, Movies देख सकते हैं, इंटरनेट चला सकते हैं, एनिमेशन का काम कर सकते है ।
  • कंप्यूटर में Internet की मदद से हम ईमेल भेज सकते है ।
  • इससे हम किसी से बातचीत (Chatting) कर सकते है ।
  • आज हम कंप्यूटर में Internet की मदद से घर बैठे पढ़ सकते हैं और पढ़ा भी सकते है ।
  • कंप्यूटर ज्ञान का प्रमुख स्त्रोत बन गया है।
  • हम Computer के मदद से एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं पैसे डाल सकते है । और पैसे किसी को Transfer भी कर सकते हैं बैंक बैलेंस चेक कर सकते है ।
  • कंप्यूटर में इंटरनेट की मदद से हम घर बैठे एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसे स्थानांतरित (Transfer) कर सकते है ।
  • सरकारी योजनाओं का लाभ भी E- governance के रूप में सरकार तक पहुंचाया जा रहा है । इन सब काम को आसान बनाने में कंप्यूटर का बहुत बड़ा योगदान है ।
  • सुरक्षा क्षेत्र में शुरुआत से ही कंप्यूटर का उपयोग होता आ रहा है, लेकिन आज कंप्यूटर की मदद से बड़ी – बड़ी Missile, Satellite को कंट्रोल किया जाता है ।
  • Computer की मदद से Internet के माध्यम से अपने व्यापार को सरलता पूर्वक विस्तार करते है ।
  • आजकल कंप्यूटर की मदद से Movies में Action scene का प्रयोग किया जाता है ।
  • कंप्यूटर की मदद से Airport पर और रेलवे स्टेशन पर टिकट बुक करा सकते है ।
  • हम कंप्यूटर से Climate संबंधी डेटा प्राप्त कर सकते हैं। आज, इंटरनेट की सहायता से कंप्यूटर पर भारी परीक्षण होते हैं।
  • बैंकिंग के क्षेत्र में कंप्यूटर के उपयोग में वरदान साबित हुआ है ।
  • चिकित्सा क्षेत्र में कंप्यूटर के उपयोग ने एक सुरक्षित घर होने का प्रदर्शन किया है, उनकी सहायता से रोगी के रिकॉर्ड को प्रभावी ढंग से बनाया जा सकता है।
  • पोर्ट (Port);- यह कनेक्टर की तरह कार्य करता है । जिसकी मदद से हम बाहर की उपकरणों को आसानी से जोड़ सकते है । कुछ पोर्ट इस प्रकार हैं:– समानांतर पोर्ट (Parallel Port), सीरियल पोर्ट (Serial Port), यूएसबी पोर्ट (USB Port).
  • बूट (Boot);- कंप्यूटर को कार्य करने की स्थिति में करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा किया जाने वाला कार्य को बूट कहते है ।
  • रीबूट (Reboot);- इसका मतलब यह होता है कि कंप्यूटर को बंद अवस्था से दोबारा चालू अवस्था में लाना ।
  • आइकन (Icon);- कंप्यूटर के स्क्रीन के पहले Page पर रखें छोटे-छोटे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को ही आइकन कहते है ।
  • बीट (Bit);- यह कंप्यूटर की मेमोरी की सबसे छोटी इकाई (Unit) है जिसे बीट कहते है ।
  • पेरीफेरल (Peripheral);- कंप्यूटर में अलग से लगने वाली Electronic device को पेरीफेरल डिवाइस कहते है । जैसे कि कीबोर्ड माउस स्पीकर आदि ।
  • चिप (Chip);- चिप को देखा जाए तो अक्सर लोग इसे मेमोरी कार्ड को ही कहते है, पर यह चिप एक प्रकार का आईसी (Integrated Circuit) होता है ।
  • पिक्सेल (Pixel);- किसी भी फोटो का सबसे छोटा हिस्सा पिक्सेल कहलाता है । यह मॉनिटर का एक पिक्सेल एक छोटे डॉट से दर्शाया जाता है यह बहुत सारे डॉट मिलकर एक फोटो का निर्माण करते है । एक निश्चित जगह पर जितने अधिक पिक्सेल होंगे फोटो की गुणवत्ता (Quality) उतनी ही अच्छी रहती है ।
  • बग (Bug);- कंप्यूटर के सिस्टम में या प्रोग्राम में कोई त्रुटि को बग कहते है । जिसके कारण सिस्टम गलत परिणाम देने लगते है ।
  • कंप्यूटर नेटवर्क (Computer Network);- कंप्यूटर नेटवर्क में एक कंप्यूटर दूसरे कंप्यूटर से Connect रहते है । इसकी मदद से एक इमारत के कई सारे कंप्यूटर को आपस में जोड़ सकते है । और फाइल शेयर कर सकते है ।
  • Expansion card;- सभी Computer के मदरबोर्ड में Expansion slots होते हैं । Expansion slots का मतलब यह है कि हम भविष्य में Extra Hardware Add कर सकते हैं । और इसी Hardware को Expansion card को भी बोलते हैं । इन्हें PCI (peripheral components interconnect) कार्ड भी कहा जाता है । peripheral components interconnect का मतलब अलग से लगाया हुआ हार्डवेयर । Expansion card कई तरह के होते हैं जैसे की video card or graphic card, sound card, USB 2.0 card, network card, fire wire card, TV tuner card etc. Extension card कंप्यूटर की functionality and performance को बढ़ाने के लिए Use किया जाता है ।

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Relative Topics;- What is Computer in English

1 thought on “Computer in Hindi- Computer Kya Hai ? (कंप्यूटर क्या है ?)

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